Friday, March 4, 2016
अगर आप इंटरनेट के बढ़ते बिल से परेशान हैं तो (Agar Aap Internet Ke bill se Pareshan hai to )
आज ज्यादातर लोगो के पास एक से ज्यादा
डिवाइसेज है, ऐसे में इंटरनेट का मासिक बिल ज्यादा आना आम बात हो चुकी है।
इंटरनेट बिल के बोझ को कम करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवष्यक है।

अगर आप इंटरनेट के बढ़ते बिल से परेशान
हैं तो आप आपको डाटा के सही इस्तेमाल पर ध्यान देना होगा। इसके लिए कई एप्स
और टूल्स मौजूद हैं। इनकी मदद से डाटा को समझा जा सकता है। जानते हैं इन
टूल्स और एप्स के बारे में।
ट्रेकिंग डाटा
टपने इंटरनेट के बिल को कम करने के लिए
आपको डाटा यूजेज पर निगाह रखनी चाहिए। अगर आपको ता है कि आपका डाटा किस एप
या सर्विस में खर्च हो रहा है तो आप आसानी से इंटरनेट का खर्च कम कर सकते
है। आप चाहें तो डाटा लिमिट्स भी सेट कर सकते है, ताकि आपकी मासिक लिमिट्स
क्रॉस न हों।

डाटा मानिटर
ज्यादा मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम बिल्ट इन
डाटा यूजेज ट्रेकर के साथ आते हैं। आप सेटिंग्स में ट्रैकर का देख सकते
हैं। इससे आप डाटा खर्च करने वाले एप्स और सर्विसेज के बारे में जानकारी
प्राप्त कर सकते है। आप चाहे किसी खास दिन से टैªकिंग षुरू कर करने के लिए
काउंटर की रीसेट कर सकते है।

ओनावो काउंट
एंड्रॉइड और आईओएस डिवाइसेज के साथ काम
काने वाले इस एप में सबसे पहले आपको अपने मौजुदा प्लान की जानकारियां डालनी
होगीं। इसके बाद ओनावो ट्रैक करेगा और अलग-अलग एप्स द्वारा डाटा इस्तेमाल
करने के बारे आपको दैनिक, साप्तहिक या मासिक आधार पर रिपोर्ट देगा।

माई डाटा मैनेजर
यह एप भी एंड्रॉइड और आईओएस डिवाइसेज के
साथ काम करता है। इस एप की मदद से आप मल्टीपल डिवाइसेज पर 3 जी और वाई-फाई
डाटा यूजेज को ट्रैक कर सकते है। अगर आप अपने परिजनों या मित्रों के साथ
षेयर्ड डाटा प्लान इस्तेमाल कर रहे है तो भी इसमें ट्रैंकिंग का विकल्प
मौजूद है।
स्मार्टफोन
ओनावो एक्सटेंन्ड
यह आइओएस और एंड्रॉइड डिवाइसेज पर काम
करने वाला एप है। यह बैकग्राउंड में चलता है। यह डाटा को आपके डिवाइस पर
भेजने से पहले ओनावो के सर्वर पर भेजता है, जो डाटा को कम्प्रेस कर देता
है। यह आपके डिवाइस पर चल रहे सभी वेब ब्राउजर्स और एप्स के साथ बखूबी काम
करता है। इसमें दो आपको एक छोटा डेस्कटॉप विजेट भी मिलता है, जो जानकारी
देता हे कि ओनावो की मदद से कितना डाटा सेव किया गया।
ब्राउजर्स
अगर आप सिर्फ मोबाइल ब्राउजिंग पर डाटा
सेव करना चाहते हैं तो मोबाइल पर क्रोम और ओपेरा बिल्ट इन डाटा सेवर फीचर
के साथ आते हैं। आप एप की सेटिंग्स में जाकर इस फीचर को इनेबल कर सकते है।
एक बार इस फीचर के एक्टिवेट हो जाने के बाद ब्राउजर्स डाटा कम्प्रेस करने
के लिए ट्रैफिक को अपने खुद के सर्वर से रूट कर देते है। आप एप की सेटिंग्स
में देख सकते है। कि आपने कितना डाटा सेव किया।
मोबाइल डिवाइसेज की तरह ही डेस्कटॉप के
लिए ओपेरा ब्राउजर डाटा कम्प्रेषन के लिए एक बिल्ट इन फीचर ऑफर करता है।
इसे ओपेरा टर्बो कहा जाता है। यह पेजेज को ओपेरा के सर्वर पर रीडायरेक्ट कर
देता है, जहां उन्हे आपके कम्प्यूटर पर खोलने के लिए कम्प्रेस कर दिया
जाता है। इससे वीडियो और इमेज की क्वालिटी पर थेाड़ा असर तो होता है, पर वे
तेजी से लोड होने लगते है। डेस्कटॉप पर क्रोम के लिए गुगल डाटा सेवर
फंक्षनेलिटी के लिए एक्सटेंषन ऑफर करता है। यह अभी बीटा वर्जन के रूप में
मौजूद है। इसे आप क्रोम बेव स्टोर से इंस्टाल कर सकते है।

आगे के पोस्ट में देखेगें कि स्मार्टफोन और कम्प्यूटर इस्तेमाल करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखें तो काफी डाटा बचा सकते है।
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