Friday, March 4, 2016
दूर करें इंटरनेट की बाधाएँ_Remove barriers to Internet _ Wow Help Hindi me
क्या आप इंटरनेट का इस्तेमाल आसानी से कर पाते हैं? कई जगहों पर इंटरनेट
इस्तेमाल करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जानते हैं कि
इंटरनेट को पूरी तरह से फ्री किस तरह से किया जा सकता है।
इंटरनेट ने
दुनिया बदलकर रख दी गई है। इसका स्वरूप बरकरार रहना चाहिए। जब यूजर पर कोई
खास कंटेंट थोपा नहीं जाएगा तभी इंटरनेट पूरी तरह से आजाद होगा।
फ्री इंटरनेट
देश में हो रहे विरोध के चलते नेट न्यूट्रलिटी से सब लोग परिचित हो चुके
हैं। किसी को भी यह अधिकार नहीं है कि वह इंटरनेट की आजादी में हस्तक्षेप
करे। किसी भी कंपनी को अलग-अलग तरह के डाटा के आधार पर यूजर से भेदभाव करने
का अधिकार नहीं है। अब यूजर्स इंटरनेट फ्रीडम की ओर बढ़ रहे हैं। कुछ
देशों में इंटरनेट एक्स्सेस करने पर कई तरह की पाबंदी हैं। कुछ जगहों पर
आपकी प्राइवेसी से छेड़छाड़ की जाती है। कई जगहों पर सरकारें तय करती हैं
कि वहां के नागरिकों को क्या देखना है और क्या नहीं। वे इंटरनेट को अपने
अधिकार में रखना चाहती हैं। कई बार जिस संस्थान में आप काम करते हैं या
इंटरनेट प्रोवाइडर कंपनी भी इंटरनेट इस्तेमाल करने की आजादी का हनन करती
है। अगर आपको लगता है कि आपके इंटरनेट इस्तेमाल करने के अधिकार का हनन किया
जा रहा है, तो आपको कुछ ठोस कदम उठाने चाहिए।
प्रॉक्सी वर्सेज वीपीएन
प्रॉक्सी वेबसाइट्स बिल्कुल उसी तरह काम करती हैं जैसे वर्चुअल प्राइवेट
नेटवर्क (वीपीएन)। इनसे ब्लॉक वेबसाइट एक्स्सेस करने की सुविधा मिलती है।
इनके काम करने का तरीका अलग-अलग होता है। प्रोक्सी सर्विस आमतौर पर डाटा
इन्क्रिप्ट नहीं करती है। ऐसे में आईएसपी या ऑफिस नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर
पता लगा सकता है कि आप क्या एक्स्सेस करना चाहते हैं। प्रोक्सी सर्विसेज
पर हर समय भरोसा नहीं किया जा सकता। ये अचानक काम करना बंद कर सकती हैं या
स्पीड को सीमित कर सकती हैं। ज्यादातर वेब आधारित प्रोक्सीज़ के बारे में
वेबसाइट्स को जानकारी होती है। आपको बार-बार प्रोक्सीज़ बदलने का झंझट करना
पड़ता है। वीपीएन के साथ इनमें से कोई समस्या नहीं होती। इनमें बस एक
दिक्कत होती है कि पीक ट्रैफिक के समय ये आपकी इंटरनेट स्पीड घटा सकती हैं।
अगर आप कोई अच्छी वीपीएन सर्विस इस्तेमाल करना चाहते हैं तो शुल्क चुकाना
होगा। इसकी तुलना में प्रोक्सी सर्विसेज मुफ्त मौजूद हैं।
टोर करता है
आपकी मदद टोर कई बार बहुत धीमे काम करता है। सारा इंटरनेट ट्रैफिक अलग-अलग
लोकेशन्स में मल्टीपल रिले के माध्यम से राउटेड किया जाता है, इससे स्पीड
काफी धीमी हो जाती है। आप ऐसे देश में हैं, जहां पर कुछ वेबसाइट्स पूरी तरह
से ब्लॉक हैं, तो टोर मददगार साबित हो सकता है।
आपको चाहिए वीपीएन!
वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के लिए हैं कई वेबसाइट्स।
Hotspot Shield एक फ्री जेनेरिक वीपीएन सर्विस है। यह विंडोज, मैक,
एंड्रॉइड और मैक पर बेहतरीन तरीके से काम करती है। इसे आप किसी एप या
एक्सटेंशन की तरह लेकर सर्विस शुरू कर सकते हैं। पेड एलीट सर्विस (4.95
डॉलर प्रति माह) एडवर्टाइजमेंट हटा देती है। इसमें लोकेशन को छुपाने का
फीचर भी मौजूद है। इससे वेबसाइट्स सोचती हैं कि आप इन्हें किसी और लोकेशन
से एक्स्सेस कर रहे हैं। अगर किसी क्षेत्र में कोई खास सर्विस ब्लॉक है
तो वहां पर यह सुविधा उपयोगी साबित हो सकती है। Cyber Ghost भी ऐसी ही
सर्विस है।
http://www.cyberghostvpn.com/en पर जाकर इसके बारे में जानकारी प्राप्त करें। वहीं कुछ बेहतरीन वीपीएन सर्विसेज में NordVPN, VyperVPN, और PureVPN शामिल हैं।
अगर ऐसी सर्विस खोज रहे हैं जो फ्री हो और उसमें किसी तरह की बाधा न हो तो
VPNBook इस्तेमाल कर सकते हैं। वीपीएन बुक इस्तेमाल करने के लिए कोई
Software डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है। बस इसे इस्तेमाल करने और
कॉन्फिग्रेशन समझने के लिए कुछ समय लगाना होगा।
प्रोक्सी सर्विसेज
आमतौर पर प्रोक्सी सर्वर वह कम्प्यूटर होता है, जो आपके कंप्यूटर और
इंटरनेट के बीच में मध्यस्थ का कार्य करता है। जब आप कोई वेबसाइट
एक्सेस करते हैं तो साइट डिटेक्ट करती है कि ट्रैफिक प्रोक्सी सर्वर आईपी
से आ रहा है, न कि आपके असल आईपी एड्रेस से। ज्यादातर फ्री वेब
प्रोक्सीज़ आपका आईपी एड्रेस अपने किसी अनजान आईपी एड्रेस से बदल देती हैं,
ताकि आपकी लोकेशन पता न लग सके। कुछ वेब प्रोक्सीज़ गुमनाम वेब सर्च का
ऑप्शन भी उपलब्ध करवाती हैं। एक सिंपल वेब सर्च से फ्री प्रॉक्सी सर्विसेज
की लिस्ट मिल सकती है।
http://www.hidemyass.com/ और http://www.ninjaclock.com/ जैसी सर्विसेज इस्तेमाल कर सकते हैं।
पोर्टेबल एप्स
Portable App एक फ्री, ओपन सोर्स सोल्यूशन है जो आपको सॉफ्टवेयर इंस्टॉलेशन से जुड़ी समस्याओं से
मुक्ति दिलाता है। आप जिन सॉफ्टवेयर्स को अक्सर इस्तेमाल करते हैं,
उन्हें और उनकी सेटिंग्स को अपनी फ्लेश ड्राइव में रख सकते हैं। पोर्टेबल
एप्स उस स्थिति में काफी उपयोगी साबित होती हैं, जब आप लगातार काम के
सिलसिले में अलग-अलग कम्प्यूटर्स पर काम करते हैं या किसी लॉक्ड
कंप्यूटर को इस्तेमाल करते हैं।
वेबसाइट से आप पोर्टेबल एप्स प्लेटफॉर्म के लिए अलग-अलग एप्स एक्स्सेस कर
सकते हैं। आप इन्हें यूएसबी ड्राइव या मेमोरी कार्ड की मदद से रन कर सकते
हैं।
टोर प्रोजेक्ट
टोर (Tor ) एक ऐसा टूल है जो ब्लॉक वेबसाइट्स को एक्सेस करने की सुविधा
देता है। इससे गुमनाम वेब ब्राउजिंग भी कर सकते हैं। इसके लिए www.torproject.org पर
जाना होगा। टोर पर जो भी ट्रैफिक भेजा जाता है, वह इन्क्रिप्टेड होता है।
अगर कोई डाटा पर निगाह रखे हुए है, तो भी वह पता नहीं लगा सकता कि यह क्या
है। वेबसाइट्स आपकी लोकेशन के बारे में पता नहीं लगा सकती हैं। इंटरनेट
सर्विस प्रोवाइडर भी आपको पहचान नहीं पाएगा। टोर को इस्तेमाल करने का सबसे
अच्छा तरीका है कि इसे प्री-कॉन्फिगर्ड ब्राउजर बंडल के साथ इस्तेमाल करें-
फायरफॉक्स के कस्टमाइज वर्जन में टोर की सभी सेटिंग्स और एक्सटेंशन बिल्ट
इन हैं।
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